वेदना की सीमाओं से परे
एक दबी चीख सुनी क्या
' निर्भया ' खामोश है अब
क्या कहे ? कह चुकी सब
यातनाओं से परे जो भी सहा
मौत से आँख मिलाये पड़ी
' नारी ' होने की सजा
मौत से भी बदतर है
शब्द नहीं संभव जहां
उस घोर यन्त्रणा से परे
निर्भया अभया रहेगी
निर्भ रा , अब सो रहेगी
यांत्रिकी उपचार सारे
चलते रहेंगें जब तक
सांस आतीं जातीं रहेंगीं
हर प्रार्थना में तुम रहोगी
हर दुआ तुम तक चलेगी
हे भारत की बिटिया
हम सब तुम्हारे संग दोषी
न बदला समाज अगर
न किसी की बहन बेटी
सुरक्षित जीवन जियेगी
- लावण्या
दिल्ली में सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लड़की ज़िंदगी की जंग हार गई है. हालत बिगड़ने के बाद उसे गुरुवार को सिंगापुर भर्ती कराया गया था जहाँ अब से कुछ देर पहले डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.