ii ॐ नमो भगवते महादुर्गायेय नम: ii
दुर्गा - पूजा
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तेरे दर्शन को आतीं ,
माता , तेरी पूजा , अर्चना कर , भक्ति निर्मल पातीं !
दीपक , कुम कुम - अक्षत ले कर , तेरी महिमा गातीं ,
माँ दुर्गा तेरे दरसन कर के , वर , सुहाग का पातीं !
वह तेरी महिमा शीश नवां कर गातीं !हाथ जुडा कर , बाल नवातीं, धीरे से हैं गातीं ,
" माँ ! मेरा बालक भी तेरा " ~~~
ऐसा तुझको हैं समझातीं :-)
फिर फिर तेरी महिमा गातीं ~~
तेरी रचना , भू -मंडल है !
ऐसे गीत , गरबे में गातीं
माता ! तुझसे कितनी सौगातें ,
भीख मांग , ले जातीं !!
माँ ! सजा आरती , सात सुहागिन ,तेरे दर्शन को आतीं ,
मंदिर जा कर , शीश नवाकर ,
ये तेरी महिमा गातीं !
~~~लावण्या ~~~क्लिक करें और माँ दुर्गा के दर्शन करें
~~~~~~~~~~~~~~~~~~ श्रध्धा और भक्ति से भरा , माँ भवानी के प्रति सदीयों से चला आ रहा अनुष्ठान , शक्ति उपासना का पर्व , नव रात्र आपके जीवन में , हर्ष उल्लास व ऊर्जा लाये ...इस शुभेच्छाओं के साथ ...
असमंजस : ~~~ किस से कहती ? कौन सुने ?ऊमडती रहतीं जो मन् में ,
नीर भरी बदली सी ,
बिरहन की , वो अनकही यादें !
भोगी , जो हर उर्मिला ने
पाषण वत अहिल्या ने ~~
शकुंतला ने , जो वन में ,
हर माँ ने , प्रसव पीडा में !
वो , अनकही यादें !
कैसे आश्रू को , कोई समझाए ?
कैसे मन् के भावों को दिखलाये ?
ऐसा , वाणी में , सामर्थ्य कहाँ ?
जो रंगों को बोल कर दर्शाए ?
आह ! ये , अनकही यादें !
रह जातीं हैं अनकही ही
लाख समझाने पर भी ,
दुर्गम भीष्म प्रतिज्ञा सी ,
धरती के गर्भ में दबी दबी
भावी के अंकुर सी , "अनकही यादें "
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
[ मेरा प्रयास : -- लावण्या ]
ii ॐ नमो भगवते महादुर्गायेय नम: ii
तेरे दर्शन को आतीं ,
माता , तेरी पूजा , अर्चना कर ,
माता , तेरी पूजा , अर्चना कर ,
भक्ति निर्मल पातीं !
दीपक , कुम कुम - अक्षत ले कर ,
दीपक , कुम कुम - अक्षत ले कर ,
तेरी महिमा गातीं ,
माँ दुर्गा तेरे दरसन कर के ,
माँ दुर्गा तेरे दरसन कर के ,
वर , सुहाग का पातीं !
वह तेरी महिमा
वह तेरी महिमा
शीश नवां कर गातीं !
हाथ जुडा कर , बाल नवातीं,
धीरे से हैं गातीं ,
" माँ ! मेरा बालक भी तेरा " ~~~
ऐसा तुझको हैं समझातीं :-)
फिर फिर तेरी महिमा गातीं ~~
तेरी रचना , भू -मंडल है !
ऐसे गीत , गरबे में गातीं
माता ! तुझसे कितनी सौगातें ,
भीख मांग , ले जातीं !!
माँ ! सजा आरती , सात सुहागिन ,
" माँ ! मेरा बालक भी तेरा " ~~~
ऐसा तुझको हैं समझातीं :-)
फिर फिर तेरी महिमा गातीं ~~
तेरी रचना , भू -मंडल है !
ऐसे गीत , गरबे में गातीं
माता ! तुझसे कितनी सौगातें ,
भीख मांग , ले जातीं !!
माँ ! सजा आरती , सात सुहागिन ,
तेरे दर्शन को आतीं ,
मंदिर जा कर , शीश नवाकर ,
ये तेरी महिमा गातीं !
~~~लावण्या ~~~
मंदिर जा कर , शीश नवाकर ,
ये तेरी महिमा गातीं !
~~~लावण्या ~~~
क्लिक करें और माँ दुर्गा के दर्शन करें
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श्रध्धा और भक्ति से भरा , माँ भवानी के प्रति सदीयों से
चला आ रहा अनुष्ठान , शक्ति उपासना का पर्व , नव रात्र
आपके जीवन में , हर्ष उल्लास व ऊर्जा लाये ...
इस शुभेच्छाओं के साथ ...
असमंजस :
~~~
किस से कहती ? कौन सुने ?
ऊमडती रहतीं जो मन् में ,
नीर भरी बदली सी ,
बिरहन की , वो अनकही यादें !
भोगी , जो हर उर्मिला ने
पाषण वत अहिल्या ने ~~
शकुंतला ने , जो वन में ,
हर माँ ने , प्रसव पीडा में !
वो , अनकही यादें !
कैसे आश्रू को , कोई समझाए ?
कैसे मन् के भावों को दिखलाये ?
ऐसा , वाणी में , सामर्थ्य कहाँ ?
जो रंगों को बोल कर दर्शाए ?
आह ! ये , अनकही यादें !
रह जातीं हैं अनकही ही
लाख समझाने पर भी ,
दुर्गम भीष्म प्रतिज्ञा सी ,
धरती के गर्भ में दबी दबी
भावी के अंकुर सी ,
नीर भरी बदली सी ,
बिरहन की , वो अनकही यादें !
भोगी , जो हर उर्मिला ने
पाषण वत अहिल्या ने ~~
शकुंतला ने , जो वन में ,
हर माँ ने , प्रसव पीडा में !
वो , अनकही यादें !
कैसे आश्रू को , कोई समझाए ?
कैसे मन् के भावों को दिखलाये ?
ऐसा , वाणी में , सामर्थ्य कहाँ ?
जो रंगों को बोल कर दर्शाए ?
आह ! ये , अनकही यादें !
रह जातीं हैं अनकही ही
लाख समझाने पर भी ,
दुर्गम भीष्म प्रतिज्ञा सी ,
धरती के गर्भ में दबी दबी
भावी के अंकुर सी ,
"अनकही यादें "
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23 comments:
दुर्गा उत्सव प्रारम्भ होने जा रहा है । हर आयु और हर वर्ग के स्त्री-पुरुषों के लिये इस उत्सव के भिन्न अर्थ हैं । श्रद्धा-भक्ति तो अपनी जगह है कुछ लोगों के लिये यह महज उत्सव है । हम उन्हे आस्था की ओर भले न परावर्तित करे लेकिन इस युवा पीढ़ी को शक्ति की उपासना का अर्थ बताना ज़रूरी है विशेषकर मातृ शक्ति के महत्व का और उसमे भी युवकों को ताकि वे भविष्य मे न केवल अपनी माता-बहनो व पत्नी का सम्मान करें बल्कि प्रत्येक स्त्री मे शक्ति का वास मानकर उसका सम्मान करें । मेरी हार्दिक शुभ कामनायें -शरद कोकास
ॐ दुर्गा देव्यो नमः
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता नमोस्तुते नमोस्तुते नमो नमः
मां शक्ति पर्व नवरात्र पर्व की हार्दिक ढेरो शुभकामना
बड़ी सामायिक प्रविष्टि थी. नवरात्री पर्व पर हमारी शुभकामनायें.
वाह्! कितने सुन्दर चित्रों से सुसज्जित एवं भक्तिमय पोस्ट है.....माँ भगवती सबकी मंगलकामनाएं परिपूर्ण करें...शक्ति का यह पर्व सबके जीवन में एक नवीन स्फूर्ती,उर्जा का संचार करे......नवरात्र पर्व की आपको भी हार्दिक शुभकामनाऎं!!!!!
बहुत सुंदर …पूजा पर शुभ कामनायें आपको दी
घटस्थापना के पुनीत अवसर आपको और परिवार को खुशहाली की शुभकामनायें दीदी.
शक्ति साधना के पर्व पर अनंत मंगल कामनाएं....
सब से पहले आप को नवरात्री पर्व पर हमारी शुभकामनायें.श्रद्धा तो हम मै भी है लेकिन हम यहां अकेले है, इस लिये त्योहारो का पत भी नही चलता, कुछ परिवारो से जानपहचान है, लेकिन वो सब भी हमारी तरह से ही है, लेकिन अब ब्लांग के माध्यम से हमे सब त्योहारो का पता चलता है, ओर बहुत अच्छा लगता है, वरना हम तो भुल ही गये थे, इन सब को आप का बहुत बहुत धन्यवाद, इस सुंदर ्लेख ओर सुंदर चित्रो के लिये
नवरात्रारंभ पर आप को शत्शत् शुभकामनाएँ!
भारत में मौसम परिवर्तन का समय है। खानपान भी बदल रहा है। ऐसे में यथा संभव खाली पेट रहना और स्वाध्याय में जुटना एक अच्छी चर्या है।
आपको व आपके परिवार में सब को शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं । जय माता दी ।
आपको सपरिवार नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएँ.
durgotsaw kee aapko anek shubh kamanaen.
He sabke gharon me mata ke roop me rahane walee ma Durga aapko shat shat pranam. Chitr aur kawita dono hee sunder.
नवरात्र की श्रद्धा भरी शुभकामनाएं !
शारदीय नवरात्रारम्भ पर हार्दिक मंगलकामना। माँ दुर्गा आपको सपरिवार सुखमय व सानन्द रखें।
आपने बहुत सुन्दर पूजा की थाल सजायी है। प्रार्थना भी मनोहारी है। साधुवाद।
मन श्रद्धा से भर गया आपकी पोस्ट पर आ कर। मातृशक्ति को नमन!
शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं ।
-आपको सपरिवार नवरात्रि की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ
शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें !!
हमारे नए ब्लॉग "उत्सव के रंग" पर आपका स्वागत है. अपनी प्रतिक्रियाओं से हमारा हौसला बढायें तो ख़ुशी होगी.
लावण्या दी,
नवरात्री के पावन पर्व पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभ कामनाएं.
प्रकाश
maa ki aradhna ke prv nvratri par aapko bhut bhut shubhkamnaye .
puja ki tasveere aur kvita dono sundar hai .
नवरात्र की शुभकामनायें !
इष्ट मित्रों एवम कुटुंब जनों सहित आपको दशहरे की घणी रामराम.
माँ का सुन्दर महिमा मंडन प्रस्तुति
जय माता दी!
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