Monday, November 10, 2008

बफेलो ट्रेस :

वोटरटन वाईल्ड लाएफ सेन्कचुअरी मेँ आज़ाद घूमते विशाल् बाईसन प्राणी
[ Click on the pict.s ]
बाईसन प्राणीको सीम्बल बनाकर केँटकी प्राँत मेँ बनाई जाती बोर्बन विह्स्की और खाली शीशीयां - जिन्हें इटली से मँगवाया जाता है - बोटलिँग प्लान्ट की ऐसेम्बली मेज पर रखीँ हुईँ ....
केंटकी प्रांत के एक शहर Frankleen Kentucky का सरकारी कार्यालय - सामने दीपक और बकुल भाई
वाईल्ड बाईसन प्राणीको अमरीकी मूल निवासी पूज्य मानते हैं ...
जीजाजी बकुल भाई और बफेलो ट्रेस का सिम्बल -वाईल्ड बाईसन और हम !
केंटकी प्रांत के इस कारखाने को देखने का मौका २ माह पहले , मिला था। मेरे जीजाजी भारत से , पहली बार , अमरीकी यात्रा पर आए थे ...हमने उन्हें , किस तरह , पहली बार हवाई जहाज की यात्रा का स्वप्न सत्य में बदला और राइट बन्धुओंने ये करिश्मा कर दीखलाया था उस के म्यूज़ियम की यात्रा करवाई थी --

" काश ! मैँ भी बादलोँ को छू सकता ! "

http://www.lavanyashah.com/2008/09/blog-post.html

और दूसरी जगह थी बफेलो ट्रेस ! -- जहाँ से नन्ही शीशीयां बर्बन की ख़रीदी गईं - उपहार देने के इरादे से -- आप भी देखिये --- इस जगह से सम्बंधित लिंक्स यहाँ दे रही हूँ -- http://www.buffalotrace.com/main.asp?page=product

http://www.buffalotrace.com/main.asp?page=video

http://www.buffalotrace.com/

और इस ब्लॉग पर काफी जानकारी देखी -- व्हिस्की (Whiskey)" व्हिस्की (Whiskey) : ब्लॉग परिचय
इस ब्लॉग पर आप विभिन्न मदिराओं के बारे में मूलभूत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मदिराओं के प्रकार, उन्हें बनाने की विधि, कुछ मदिरा ब्रांड्स की समीक्षा और मदिरा से सम्बन्धित ढेरों अन्य रोचक तथ्य। आपके सुझाव और टिप्पणियाँ आमंत्रित हैं।
डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग का उद्देश्य मदिरा के बारे में जानकारी देना मात्र है और यह किसी भी रूप में मद्यपान को बढ़ावा नहीं देता है। यह केवल वयस्कों के पढ़ने के लिये है, अवयस्क कृपया अपने वयस्क होने की प्रतीक्षा करें।
वैधानिक चेतावनी: मद्यपान में संयम बरतें। अनियंत्रित मद्यपान स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। http://www।thewhiskyexchange.com/

http://www.thewhiskyexchange.com/C-33.aspx?pg=2
http://www.thewhiskyexchange.com/P-7452.aspx


40 comments:

सुनील मंथन शर्मा said...

वैधानिक चेतावनी: मद्यपान में संयम बरतें। अनियंत्रित मद्यपान स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है।
पढने के बाद मन किसी का मानेगा क्या.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

अब ये तो सबके अपने सँयम की बात है सुनील भाई -
और दुनियाभर मेँ बीज़नेस तो ना जाने कितने प्रकार के होते हैँ !!
ये तो महज एक जानकारी है --
- लावण्या

राज भाटिय़ा said...

बहुत अच्छी जानकारी, सुंदर चित्र के साथ, विडियो बाद मै देखेगे,
धन्यवाद

Smart Indian said...

धन्यवाद! बहुत सुंदर चित्र हैं, खासकर पहले वाला (वाईल्ड लाइफ सेंक्चुअरी का)

अमिताभ मीत said...

बहुत सुंदर चित्र. अच्छा इन सारे बोतलों को अगर एक बाईसन डकार जाए ..... न मैं बस सोच रहा हूँ कि ऐसा हो तो क्या हो ....

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

मीत भाई,
अगर उनके सामने बर्बन रख दी जाये ..या नदिया मेँ बहती हो तब बाईसन को अवश्य नशा हो जाये !
:-)
You sure have a wild imagination ...
- लावण्या

Gyan Dutt Pandey said...

बचपन से बाइसन के चित्र देखता आ रहा हूं और कल्पना करता हूं कि हमारे भैंसे से कितना गुणा ताकतवर होगा।
शेर इससे भिड़ने में डरता होगा कि नहीं?

दिनेशराय द्विवेदी said...

वाइल्ड बायसन को पूज्य क्यों माना जाता रहा है? कुछ जानकारी मिल सकेगी? आप के आलेख बहुत जानकारियाँ देते हैं।

ताऊ रामपुरिया said...

पहला चित्र ऐसा जैसे प्रकृति श्रृंगार करके उतारी हो और नजर ना लगे इस लिए बाइशन रूपी काला टीका लगा लिया हो ! सोचता हूँ बाईशन महोदय को मैं ले जाऊं ! मेरी भैंस का अकेलापन दूर हो जायेगा ! :) पूछता हूँ उससे पसंद करेगी क्या ? :)

मदिरा को देख कर ही सुरूर आने लगा है ! बहुत शुभकामनाएं ! आप तो ऎसी ही ज्ञान वर्धक जानकारिया देती रहिये ! धन्यवाद !

Harshad Jangla said...

Lavanya Di
Something exclusive, very informative and quite interesting article.
Thanx.
-Harshad Jangla
Atlanta, USA

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

दिनेश भाईजी,
ये आपके प्रश्न मेँ -
हर सँस्कृति मेँ,जिस प्राणी या नदी या पर्बत से मनुष्य को पोषण मिला है वही
पूजनीय बन गया है
- लावण्या
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
http://www.pbs.org/wnet/nature/episodes/american-buffalo-spirit-of-a-nation/introduction/2183/
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
&
Like people, the buffalo — known to scientists as Bison bison — came to North America long ago from Asia, crossing a land bridge that once connected Siberia to Alaska. The early bison were enormous lumbering animals, weighing up to 5,000 pounds and sporting horns that spanned more than six feet across
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
The American Bison or Buffalo once numbered in the

millions and were the single most important part

of the Plains Peoples lives or culture.

Every part of the Bison was used to sustain themselves,

nothing was wasted.

The meat was eaten fresh and the rest dried for later,

the skins were made into robes, rugs and clothing as well

as a place to record their Tribal history or winter count.

Frequently, the large organs became vessels to carry water.
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

जितेन्द़ भगत said...

सुंदर चि‍त्र और अच्‍छी जानकारी। शुक्रि‍या।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

ज्ञान भाई साहब,
शेर तो अमरीका मेँ होते नहीँ
-हाँ पालतू कई सारे यहाँ मौजूद हैँ -
:)
फिर भी, बाईसन टनो भारी है हमारे भैँसे से ...
पर मूलत: आया तो एशियासे ही ..

- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

बाईसन को "सन इन लो"
बनाने की सोची है क्या
आपने ताऊ जी ?
:)
ले जायेँ अवश्य ..दुबारा एशिया पहुँचकर खुश हो जायेगा पट्ठा !:)
जानकारी पसँद करने का शुक्रिया और राज भाई साहब आपको भी...
ya do watch the videos later ..they r quite interesting .
- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

जी अनुराग भाई,
मुझे भी वही चित्र
बेहद पसँद आया -
- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Harshad hai,Thank you for your kind comment & for liking this post...
warm rgds,
_L

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

शुक्रिया जीतेन्द्र भाई ..
- लावण्या

ghughutibasuti said...

सुंदर फोटो ! बाइसन बढ़िया लगा ।
घुघूती बासूती

पुनीत ओमर said...

रोचक जानकारी

ताऊ रामपुरिया said...

@ लावण्या जी ,
हमको लड़का ( बाईशन) अच्छा लगा अपनी भैंस के लिए ! पर हमने उसको ( ताऊ की भैंस ) पूरी आजादी दी है ! बहुत पढाया लिखाया है उसको ! सो सारा निर्णय उसी की मर्जी पर है ! बहुत समझदार है वो ! अगली पोस्ट में पहली बार उसका कमाल देख पाएँगी आप ! अभी तो वो चाँद पर ताऊ की जान बचाने में लगी है ! उसके पृथ्वी पर लौटते ही बात आगे बढायेंगे ! :) आपने आपकी तरफ़ से ले जाने की आज्ञा दी इसके लिए धन्यवाद !

अफ़लातून said...

बाईसन-लोग अरुणाचल प्रदेश के मिथुन लोगों के भाईबन्द लगते हैं ।

कंचन सिंह चौहान said...

मै वयस्क होने की प्रतीक्षा कर रही हूँ दी......... :)

Abhishek Ojha said...

चित्र तो बड़े खुबसूरत है और मदिरा से अब तक दूरी बनी रही तो अब बनी ही रहेगी. नियंत्रित-अनियंत्रित इस जन्म कुछ नहीं :-)

डॉ .अनुराग said...

बोर्बन विह्स्की पसंद आयी!

सुनीता शानू said...

रोचक जानकारी पढ़ने को मिली। शुक्रिया....
मदिरा के बारे में इतनी सारी जानकारी...:(
कहीं पतिदेव की नजर न पड़ जाये आपके ब्लॉग पर...

विष्णु बैरागी said...

रोचक जानकारी सुन्‍दर चित्रों के साथ ।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

घुघूती जी,
पुनीत जी,
अफलातून जी,
प्रिय कँचन,
अभिषेक भाई,
डा. अनुराग भाई,
सुनीता जी
एवँ
विष्णु भाई साहब
आप सभी की
टीप्पणियोँ के लिये आभार -
ज़ो मादक द्रव्य नहीँ पीते वही सबसे अच्छी बात है और जो पीते हैँ -
उन्हेँ ध्यान रखना चाहीये -
ताऊजी,
आपकी शिक्षित कन्या के चमत्कार पढती रहुँगी !!
.ऐसी गुणवती कन्या के क्या कहने !! :)

शुक्रिया
- लावण्या

Udan Tashtari said...

बेहतरीन चित्र और विवरण.

वैधानिक चेतावनी पढ़ कर मन भारी हो गया :)

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

समीर भाई,
भारत जाने की तैयारी चल रही होगी
है ना ?
आप भारी मन हल्का कर लेँ -
भारत मेँ,
आपके सारे मित्र
इँतज़ार कर रहे हैँ :)
स स्नेह,
- लावण्या

Alpana Verma said...

post achchee lagi--aur pics bhi bahut badiya hain--mere liye बाईसन ke baare mein jaankari nayee hai.

pallavi trivedi said...

pahla foto to lajawaab hai...baki picture aur whisky ke baare mein jaankari achchi lagi.

Suneel R. Karmele said...

लावण्‍या जी, बहुत अच्‍छी जानकारी दी आपने, वैसे मद्यपान से दूर दूर तक का रि‍श्‍ता नहीं है। हॉ सौतेला रि‍श्‍ता है जरूर..... यानी दोस्‍त पीते हैं और हम उन्‍हें पीते और फि‍र पीकर बहकते हुए देखते रहते हैं - कभी कभार.
शुक्रि‍या।

Suneel R. Karmele said...

हॉं, सभी चि‍त्र बहुत अच्‍छे हैं, लेकि‍न पहले और दूसरे बहुत उम्‍दा हैं।

राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ ) said...

भैया अपन तो अडतीस के होकर भी व्हिस्की आदि के लिए अवयस्क हैं....जिंदा रहते भी दो-चार बार जबरदस्ती पिलाने से पी गए थे...अब तो क्या पियेंगे....सो हम बताई गई जगहों(साइटों)पर मुंह मारने गए ही नहीं....वैरी-वैरी सॉरी.......

महावीर said...

चित्र बहुत ही सुंदर लगे और जानकारी के लिए धन्यवाद।
जैसा कि दिनेशराय द्विवेदी जी ने पूछा है कि बायसन को पूज्य क्यों माना जाता है, इसकी जानकारी allsands.com में नीचे दी गई पोस्ट पर मिलेगी।

http://www.allsands.com/history/people/nativeamerican_zdc_gn.htm

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

अल्पना जी *
पल्लवी जी *
शुक्रिया -
आपको पोस्ट पसँद आई -
___________________________
सुनील करमाली जी *
भूतनाथ जी *
"वेरी सौरी"
कहनेवाली कोई बात ही नहीँ -
ये महज जानकारी है ~~
मध्यपान स्वास्थ्य के लिये
हानिकारक है --
अच्छा है दूर ही रहना चाहीये
आपको पोस्ट पसँद आई - शुक्रिया

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

अधिक जानकारी देने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय महावीर जी -

mehek said...

bahut achhi jankari rahi

Tarun said...

सुंदर चित्र और काम की जानकारियाँ, धन्यवाद

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

महेक जी और तरुण जी
आभार आपका भी ~~
स्नेह,
- लावण्या