भारत के फ़िल्म जगत के महानायक से एक बार ये प्रश्न पूछा गया था की वे बत्तायें , किन १० स्त्रियों को वे सबसे ज्यादा खूबसूरत मानते हैं -
और उनके सेलेक्शन से बनी लिस्ट इस प्रकार है --
जिसमें कोई भी विदेशी महिला का उल्लेख नहीं किया गया :) ना ही उनकी पत्नी ...ये नवम्बर, १५ १९९९ , आउट लुक इंडिया में छापा गया था --
# १ -- महारानी गायत्री देवी : वे इस सदी की सबसे खूबसूरत स्त्री हैं ! उनकी सुन्दरता, उनकी शख्सियत , उनका उठना, बैठना, उनका अपने आप को हमेशा शालीन बनाए रखना , उनके कपडों की पसंद, जयपुर शहर के लिए जिस तरह अध्ययन और शिक्षा के क्षेत्रों में तथा स्त्रियोँ के उत्थान के लिए दिया गया , उनका योगदान, उन्हें एक ऊंचाई दिलाता है --
मैं, अकसर जयपुर जाता हूँ, एक बार, उनके निजी महल में भी रहा था जो अब, होटल में तब्दील हो गया है , वहाँ मैंने कूच बिहार की रानी साहिबा की तस्वीर, मुख्य कोरीडोर में रखी हुई देखी थी जो महारानी गायत्री देवी की मां हैं, अब ये पता नहीं की वह चित्र था या फोटोग्राफ , परन्तु वे गायत्री देवी से भी ज्यादह सुंदर थीं ! चित्र में वे एक कुर्सी पर बैठीं थीं फ़िर थी उनकी शालीनता , वैभव तथा रूतबा तब , भी जाहीर हो रहा था -
तीन मूर्ति भवन में, एक बार , बहुत पहले महारानी पटियाला को भी देखा था जब मैं बहुत छोटा था जब वे कक्ष में, दाखिल हुईं थीं , ऐसे लगा मानो पूरा कमरा जगमगाने लगा हो ! ये एक क्षणिक मुलाक़ात होते हुए भी, स्मृति पटल पर आज भी अंकित है !
# २ -- वहीदा रहमान : उनकी संदरता , अनगढ पर विशुध्ध भारतीयता लिए हुए है। मेरे ख़याल से उनका सौंदर्य बिलकुल सही है - जिसके साथ , उनकी कलात्मकता , चित्रपट के परदे पर उभरती उनकी छवि , कार्यक्षमता ही नहीं वरन , एक नयी प्रथा सिध्ध करने की पहल , सटीक और नर्म एहसास , जो उनके युग में , अन्य किसी में नहीं देखे गए या जिन्हें देखने की , उनसे पहले किसी को आदत ही नहीं थी --
# ३ - ऐश्वर्या राय : आज के समय में शायद उनका चेहरा बिल्कुल परफेक्ट है ! उनके चेहरे में और शरीर में , कोई दोष नज़र ही नहीं आता ! उन्होंने जितने भी खिताब जीते हैं, वास्तव में वे उन सभी की हक्कदार हैं और साथ साथ अब वे सिनेमा के परदे पर भी अपना कलाकार का रूप प्रतिष्ठित करने लगीं हैं -
# ४ - नसीम बानो : सायरा की मां ! वे सुन्दरीं थीं ! उनके बोलने का अंदाज़ , चलने फिरने का लिहाज, सभी में एक गज़ब की सौम्यता थी - बेहद आकर्षक व्यक्तित्त्व की मालिक थीं वे और उनकी जवानी में वे भारतीय चित्रपट संसार की सबसे हसीं तारिका भी थीं !
# ५ - सावित्री देवी : जेमिनी गणेशन की पत्नी थीं वे और उनकी सुन्दरता हिन्दी सिनेमा की हिरोइन मीना कुमारी या सुरैया की तरह थी। जिसके साथ उनमें एक तरुनी का चुलबुलापन भी था जो उन्हें एक खुलापन व ताजगी देता था वे एक ऐसी अदाकारा थीं जिनमें एक तरह की सही समय पर , हर एक्शन करने की काबिलियत थी , अगर गीता बाली जो ख़ुद बड़ी सुंदर थीं उनसे मेल खाती सावित्री देवी की छवि थी जो परदे पर , कमाल करती थी -
# ६ - सुचित्रा सेन : बंगाल का जादू ही थीं वे, चित्ताकर्षक और प्रभावशाली ! उनके आवाज़ की तरँगेँ , गूँजतीं रहतीं थीं और उनके आंखों से सब कुछ कह देने की क्षमता बेजोड़ थी !
# ७ - माधुरी दीक्षित -- उनकी मुस्कान शायद जितनी भी स्त्रियों की हम आगे चर्चा कर चुके हैं , उन सभी से ज्यादा असर करने वाली है - सिनेमा के परदे पर ऐसी मुस्कान आज तलक , किसी भी सिने तारिका में , न देखी गयी थी ! उनकी मुस्कान इतनी असरदार है के उसके बाद कुछ भी कहने को , बाकी ही नहीं बचता ! उनकी आँखें और मुस्कान वाकई जबरदस्त हैं !
# ८ - लीला नायडू : अंडाकार चेहरा इतना परफेक्ट और शाही अंदाज़ लिए सुन्दरता ! दुःख है इस बात का के वे बहुत कम फिल्मों में दीखलाई दीं ! उनमें एक नाजुक एहसास और कोमलता थी जो दीलचस्प थी -
# ९ - मीना कुमारी : बेहद संजीदा , सुन्दर अदाकारा जिसे भारत की भूमि ने पैदा किया और उनकी कला को परवान चढाया था कला जगत ने ..जिसमें उनकी आवाज़ , उनकी शारीरिक सज्जा के साथ होकर भी बहुत महत्तवपूर्ण हिस्सा थी उनकी शख्शियत की ! उनकी आवाज़ , दिलकश होते हुए भी मानो घायल आत्मा की पुकार थी, फ़िर भी तहजीब लिए हुए , संजीदा किस्म की ! ये सारे गुन एक ही आवाज़ में हों ये दुर्लभ बात हो जाती है - उनकी आँखें निहायत खूबसूरत थीं जिनसे अकसर वे बातें किया करतीं थीं, चुप होने पर भी वे बहुत कुछ कह जातीं थीं ! ऐसी मीना जी थीं !
# १० - नव्या नवेली : ये मेरी नाती हैं ! शायद मैं इसीलिये भावुक हूँ ! अभी वे बहुत नन्ही सी बच्ची हैं ! फ़िर भी उन जैसी काबिल, समजदार , अपने आस पास से वाकिफ नन्ही स्त्री आजतक मैंने नहीं देखी ! सोच और दीमाग अभी से बड़ा ही परिपक्व है इनका ! किसी भी सभा या प्रसंग में, उनकी हाजरी से हर तरफ़ प्यार बिखर जाता है - इनकी आँखें और होंठ , बहुत , स्वाभाविक हैं , मुखर हैं ! इस उम्र के दूसरे बच्चों में कम ही देखा है ऐसा ..और मेरी मां हैं तेजी बच्चन ..जो सिख परिवार से थीं , संभ्रांत व कुलीन परिव्वर में पली बड़ी हुईं थीं वे और मेरे पिताजी से ब्याह रचाया था जो स्वयं हिंदू मध्यवर्गीय परिवार से थे , समय था १९४२ ! वे मेरे पिताजी की प्रतिभा में अटूट श्रध्धा रखतीं थीं ! उनकी कला और कविता और साहित्य के प्रति वे समर्पित थीं और सहारा देतीं थीं वही कम अंशों में, मुझमें भी विकसित हुआ --
वे दृढ व संतुलित मस्तिष्क की मालिक थीं , साहसी , प्रफुल्लित और अदम्य उत्साह से भरपूर रहतीं थीं वे ! जैसी वे ३० बरस की उम्र में रहीं होंगीं वैसी ही उनके अन्तिम दिनों तलक वे रहीं थीं !
( Translated from English By : Lavanya )
19 comments:
गायत्री देवी ,सुचित्रा सेन ,लीला नायडू से तो मुझे भी इत्तेफाक है ......पर इस दुनिया में ओर भी अनाम सुंदरिया है जिनका जिक्र कही किसी पन्ने पर नही होता.....समझदार है की जया जी का नाम नही लिया
वास्तविकता के काफी करीब है बच्चन साहब की पसंद की नारियों की सूची।
अमिताभ जी के चयन में चयनितों की नहीं उन की खुद की अभिरुचि दिखाई पड़ती है।
अच्छी सूची है बच्चन जी की ..बहुत ही सच्चाई से उन्होंने इस खूबसूरत सच को कहा है :)
अनुराग भाई,
हर्षवर्धन जी,
दिनेश भाई जी,
रँजू जी,
आप सभी की टिप्पणीयोँ के लिये
शुक्रिया -
- लावण्या
चलिये जान ली उनकी टॉप १०. हमारी तो १० की १० में साधना के सिवा किसी का नाम आ गया होता तो अभी घर से निकाल दिये गये होते. हिम्मत की दाद देता हूँ अमिताभ जी की.
इनमें से कई के बारे में तो मैंने बस सुना ही है... पर गायत्री देवी, वाहिदा रहमान और माधुरी दीक्षित की तसवीरें खूब देखी है.
समीर भाई ,
अब अखबार और पत्रिका के लिये सँवाददाता ऐसे प्रश्न पूछने लगेँगेँ तब उत्तर भी अपनी सोच के मुताबिक देना ही पडेगा -
ये ऐसा ही मामला लगता है --
साधना जी का एकछत्र साम्राज्य ऐसे ही बकरार रहे ऐसी शुभकामना है :-)
- लावण्या
हाँ अभिषेक जी,
गूगल से सभी को देख सकते हैँ --कुछेक नाम सुविख्यात हैँ !
जिन्हेँ पहली बार सुना हो
वैसा नाम ,
मेरे लिये ,
"सावित्री देवी गणेशन " वाला नाम था !
- लावण्या
kuchh naye naam sune-
waise mujhe gayatri devi sab se khuuubsurat lagti hain..unhone kabhi make up nahin kiya--aisa unhone ek interview mein kaha tha--
aishwarya ko dekhte hi aankhen thahar jaati hain..she is an angelic beauty.
Madhubala ka naam nahin liya--i think she is devine beauty--
Amitabh ji ki pasand bhi pata chal gayee--dhnywaad
jaankaari ke liye shukriya ...kuch ke baare mein to mujhe pata tha par kuch ke baare mein aapke lekh se pata chala.
Shukriya Alpana ji
aur
Pallavi ji,
Jee haan, Madhubala ji ko kaise bhoola ja sakta hai bhala ? Hai na ?
She is breath takingly beautiful.
Aishwarya to hain hee khoobsurat ~~
Chaliye achcha hua .
.aap ne bhee padha eesi ....
.mera Hindi mei translate karne ka parishram , ees tarah safal hua ....
.aap ka aabhar !
Sa sneh,
- Lavanya
सभी सुन्दरियां सिनेमा के भूत-वर्तमान और भविष्य से सन्दर्भित!
बेचारी आस पड़ोस की लड़कियां सुन्दर नहीं है क्या?
Lavanyaji
A very different and unique article.Stree-Saundarya ke upar to ek granth likha ja sakta hai.I wonder how AB has not included Rekha!!!!!
इस लिस्ट पर कौन न निसार हो जाए?
काश, कोई हमसे भी पूछता कि मेरी नजर में ....
ज्ञान भाई साहब ,
पास पडौस की लडकियाँ भी सुँदर होतीँ हैँ !!
ये तो पत्रकारोँ का प्रश्न था जिसका जवाब इस तरह दिया गया -
Harrshad bhai, you said very TRUE - BEAUTY is in the EYES of the Beholder !! :)
महामँत्री जी, आप भी लिख डालिये आपकी पसँद का लिस्ट -
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