Sunday, September 9, 2007

अरे जा रे हट नटखट.....




http://www.youtube.com/watch?v=Y5fGd338xuE

अटक
अटक झट पट पनघट पर,

चटक मटक एक नार नवेली,

गोरी गोरी ग्वालनकी छोरी चली चोरी चोरी,

मुख मोरी मोरी मुसकाये अलबेली,

संकरी गलीमें मारी कंकरी कन्हैया ने,

पकरी बांह और की अटखेली,

भरी पिचकारी मारी सररर…..

बोली पनिहारी बोली अररर…..

अरे जा रे हट नटखट,

ना छू रे मेरा घुंघट,

पलटके दुंगी आज तुज़े गाली रे,

मुझे समझोना तुम भोलीभाली रे,

आया होली त्योहार, उडे रंगकी बौछार ,

तु है नार नखरेदार मतवाली रे,

आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
तक तक न मार पिचकारीकी धार

कोमल बदन सह सके ना ये मार

तु है अनाडी बडा ही गंवार

तेरी झपझोरी से बाझ आइ ओरी रे

चोर तेरी चोरी निराली रे

मुझे समझोना तुम भोलीभाली रे

धरती है लाल, आज अंबर है लाल

उडने दे गोरी गालो का गुलाल

मत लाज का आज घुंघट निकाल

दे दिलकी धडकन पे धिनक धिनक

झांझ बजे … बजे, संगमें मृदंग बजे

अंगमें उमंग खुशियारी रे

आज मीठी लगे है तेरी गाली रे

Man Mohini, Hum Dil De Chuke Sanam - Hindi Song
Hum Dil De Chuke Sanam (1999), MUSIC: Ismail Darbar

8 comments:

अजित वडनेरकर said...

आपके पास स्मृतियो का खजाना है।

Harshad Jangla said...

Lavanyaji

One of the best songs of CRamchandra from Navrang. In my schooldays this was my very favotite.

बसंत आर्य said...

आपकी प्रस्तुति का तरीका अच्छा लगा

Udan Tashtari said...

बेहतरीन प्रस्तुति. बधाई.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

हाँ अजित जी,
स्मृतियाँ हम सभी का अमूल्य खजाना होतीँ हैँ
-- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Harshad bhai,
I'm glad to hear that this C Ramchandra ji's composition is your fav. & thanx to YouTube , we
can enjoy them , aram se !
Thanx for your comment & presence
Rgds,
L

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

धन्यवाद बसँत जी !
-- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

समीर भाई, आभार ! आपका प्रोत्साहन मिलता रहे ..
इसी आशा के साथ,
-- लावण्या