खास करके खाट देखिये - भारत की याद आ गयी -
-बडा भैया, छोटे भाई से प्यार जता रहा है --
और ये मस्तराम, बाल गोपाल खा पी के शान से अपनी कुर्सी पर बैठे हैँ !और ये किसी ने, ऐसी तसवीर ली है मानोँ बिल्ली रानी सचमुच डर गयीँ !
टाइम आउट / Time Out टाइम आउट / Time Out
...ये क्या बला है ?
अमेरीका के माता पिता, अपने बच्चोँ को उनकी शैतानीयोँ पे अनुशासित करने के लिये अब मारते नहीँ -जो मारते हैँ और उस बात का पता स्कूल मेँ या अधिकारीयोँ को पता चल जाये तो ऐसे कठोर पेरेन्टज़ कोजेल की हवा खानी पड जाये ये बात भी हो सकती है - जिसे चाइल्ड अब्यूज़ कहा जाता है और ये दँडितअपराध माना गया है -- इसका विकल्प है, शैतानी कर रहे बच्चे को "टाइम आउट " किया जाये --उसे घर के कमरे के एक कोने मेँ , पीठे फेर के चुपचाप, बैठे रहने की ताकीद दी जाती है -- जब तक बच्चा शाँत ना हो जाये, या समझ ना ले कि उसे, शैतानी करना मस्ती करना अब बँद करना होगा -तो उसी तरह का ये प्रयोग है -- बच्चे को गोँद लगी पट्टीयोँ से भीँत पे लटका रखा है -- बाल कृष्ण को माँ यशोदा ने ऐसे ही ऊखल से बाँधा दिया था --
5 comments:
बिना मुस्कराये नहीं रहा गया आपकी इस प्रस्तुति पर. :)
बहुत खूबसूरत प्रस्तुति है\बधाई।
मस्तराम तो वाकई मे मस्त लग रहे है।
टाइम आउट का दीवार की ओकर मुँह वाला नुस्खा तो बहुत अच्छा और पुराना नुस्खा है।
खुश हो गया मैं तो…खुद की ही तलाश शुरु कर दी थी मैंने इस तस्वीर को देखकर…
टाइम आउट का कांसेप्ट भी जबरदस्त लगा…लोग आपने नियम बना ही लेते हैं।
Interesting pictures anf new topic.
Dhanyavad
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